चौपारण में बिक रहा मिलावटी प्रताप सरसो तेल

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"लंबे समय से ऐजेंसी संचालक कर रहे शिकायत, कॉपी राइट का करेंगे थाना में मामला दर्ज : मुन्ना बाबू".............................. चौपारण- चौपारण प्रखंड अवैध कारोबार का हब बना चुका है। इसी कड़ी में चौपारण-बरही बाजार और आसपास प्रताप सरसो तेल भरतपुर ब्रांड का तेल का कॉपी राइट कर मिलावटी पैकिंग कर बाजार में बेचा जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में चौपारण के कुछ लोगो से फोन पर बात करने पर नाम नही छापने के शर्त पर कहा कि चौपारण में कई लोग हैं, जो सस्ते दाम के तेल को खरीद कर ब्रांडेड प्रताप सरसो तेल का कॉपी राइट कर रैपर व बोतल बना कर डी पैकिंग कर रहे हैं। साथ ही कहा कि सस्ते तेल में माइरोंसिनेस और सिनिग्रीन के मिलने से एआईटीसी पैदा होता है, जिसके कारण प्योर सरसों तेल जैसा झांस आने लगती है। इस मिलावट के संबंध में प्रखंड चिकित्सा प्रभारी डॉ भुनेश्वर गोप से बात करने पर कहा कि सरसो में यह नेचुरल गुण रहता है। जिससे मानव शरीर मे कोई हानि नही होती है। पर इसमे इस गुण को पैदा करने के लिए केमिकल का उपयोग करना सेहद के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। क्या कहते है ऐजेंसी संकलक इस संबंध में प्रताप सरसों तेल के एजेंसी डीलर स्व. बालगोबिंद केशरी के बेटा अनिल केशरी से बात करने पर कहा कि काफी लंबे समय से डी पैकिंग हो रहा है। जिसकी शिकायत कई बार फोन के माध्यम से कर चुके हैं। ये कहते है कंपनी के मालिक वही इस संबंध में भरतपुर के प्रताप सरसो तेल मिल मालिक मुन्ना बाबू से बात करने पर बताया कि यह कॉपी राइट का मामला है। यह मेरा वर्षो का ब्रांड है और इसका कोई भी दुरुपयोग करता है। तो उस पर कॉपी राइट का मामला बनता है। उन्होंने कहा कि डी पैकिंग के बारे में लंबे समय से बरही और चौपारण के ऐजेंसी संचालकों द्वारा कंप्लेन आ रहा था। लेकिन अब मामला बहुत आगे बढ़ गया है। जल्द ही डीलर के सहयोग से कॉपी राइट करने वालो पर मामला दर्ज किया जायेगा।