चूल्हा चौका ले कर इंसाफ के लिए पति के दरवाजे पर बैठी 6 दिनों से आदिवासी मुखिया

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हमें इश्क़ खींच कर लाया है तेरा तेरे दर पर हमने बनाया है डेरा हमें जबतक ना होगा दीदार तेरा यहीं सुबह होगी यहीं रात होगी। एक प्रसिद्ध नज़्म के इन लिखी लाइनों की तरह झारखंड के हज़ारीबाग़ के चौपारण प्रखंड के चोरदाहा पंचायत की मुखिया अर्चना हेम्ब्रम अपने पति और ससुराल वालों से इंसाफ की आस में पिछले 5 दिनों से अपने पति के घर के बाहर धरने पर बैठी है। मुखिया अर्चना हेमरोम ने बताया कि उसने रवि रंजन कुमार के साथ कोर्ट मैरिज मैंने किया था ,अब मुझे अपनाने से मना कर रहा है मैं एक आदिवासी लड़की हूं मेरे साथ रवि रंजन यादव ने कोर्ट मैरिज करने के बाद कई माह मुझे घर से बाहर रखा लेकिन अब अपनाने से कतरा रहा है आज जब मैं ससुराल जाने की बात करता हूं तो मेरे साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार लगातार किया जाता है। मेरी बस एक मांग है कि मुझे मेरे ससुराल में जगह मिले इसी मांग को लेकर मैंने चूल्हे चौके और अन्य सभी सामानों के साथ इनकी चौखट पर धरने पर बैठी हूँ जब तक मुझे मेरे पति इस घर मे रखेंगे नहीं मैं धरने से नहीं उठूंगी। अर्चना ने कहा उसके ससुर बीजेपी के एक पूर्व विधायक के करीबी हैं और रसूख वाले हैं इस किये पुलिस से भी सहयोग नही मिला ।एक महिला मुखिया को भी अपने हक के लिए इतना संघर्ष करना पड़ रहा है मुझे ये संघर्ष जितना है वरना मैं लोगों को किस तरह सहायता कर पाऊँगी।