महादेव ऐप्स से जुड़े तीन साइबर अपराधियों गिरफ्तार

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महादेव ऑलनाइन सट्टेबाजी वाला ऐप है, जिसे छत्तीसगढ़ के सौरभ चंद्रशेखर और रिव उप्पल ने लॉन्च किया था. केंद्रीय एजेंसी ने जांच में पाया कि महादेव ऐप कई लाइव गेम्स जैसे पोकर, क्रिकेट और बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के लिए सट्टेबाजी करता है. इस ऐप को साल 2017 में लॉन्च किया गया था. ऐप को कोविड महामारी के दौरान काफी पॉपुलैरिटी मिली. इसी साल सितंबर में ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़ी 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. एजेंसी ने तब आरोप लगाया था कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की कंपनी दुबई से चलाई जा रही थी और हर महीने ऑनलाइन जुए से 450 करोड़ रुपये कमाए जा रहे थे. हजारीबाग पुलिस ने महादेव ऐप्स से जुड़े तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 12 मोबाइल, विभिन्न कंपनियों के कई सिम, 12 डेबिट कार्ड, तीन चेक बुक, एक पासबुक, तीन लैपटॉप और एक फाइबर केबल भी बरामद किया गया है. इनके पास से एक मार्केट एनालिसिस आईसीसी वर्ल्ड कप विनर लिखा हुआ बैट भी जप्त किया गया है. हजारीबाग पुलिस इसे एक बड़ी सफलता मान रही है. साइबर अपराधी 50 से अधिक बैंक खातों से पैसा प्राप्त करके एटीएम से निकलते थे .इसके बाद सारा पैसा देश के कई राज्यों में जमा किया जाता है. पिछले कुछ दिनों से हजारीबाग जिले के कोर्रा थाना क्षेत्र में रहकर गोरख धंधा कर रहे थे. पुलिस पूछताछ भी करेगी ताकि महादेव ऐप से जुड़े हुए कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके. जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनका नाम विकास पाल, कुलदीप मेहता और रोहित मेहता है. केंद्र सरकार ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स पर कुछ दिन पहले सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है, सरकार ने महादेव ऐप सहित 22 ऐप्स को बैन कर दिया है, जिसके बाद इन ऐप्स के द्वारा इंडिया में ऑनलाइन सट्‌टा नहीं लगाया जा सकेगा. महादेव ऐप का नाम पिछले काफी दिनों से चर्चा में है. पहले इस ऐप के मालिक की दुबंई में करोड़ों की शादी और बाद में छत्तीसगढ़ में इसको चलाने वाले लोगों के खिलाई ईडी की कार्रवाई. ऐसे में सरकार ने महादेव ऐप सहित देश में चलने वाले इसी तरह के 22 ऐप्स को बैन कर दिया था.