NTPC से कोयला ढुलाई के विरोध में उतरे ग्रामीण, हर चार से पांच दिन में कंपनी के खिलाफ हो रहा धरना और बैठक, अलग ट्रांसपोर्टिंग सड़क की मांग कर रहे ग्रामीण

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केरेडारी :- प्रमोद कुमार :- एनटीपीसी कोल परियोजना से कोयला सम्प्रेषण का कार्य शुरू होने के कुछ ही दिनों के पश्चात कंपनी का विरोध हर जगह से होने लगी है। हर चार से पांच दिनों के अंतराल पर ग्रामीण, भुरैयत कंपनी के विरोध में धरना और बैठक का आयोजन कर रहे हैं। रविवार को भी हजारीबाग जिला अंतर्गत पेटो पंचायत समेत अन्य गांव के प्रभावित रैयतों ने कोल परियोजना से नॉर्थ कर्णपुरा पावर प्लांट, टंडवा तक हो रहे कोयले ढुलाई का विरोध किया विस्थापित और प्रभावित रैयतों ने कहा कि ग्रामीण सड़क से कोल वाहनों का परिचालन नहीं होने देंगे। कोल ट्रांसपोर्टिंग के लिए अलग ट्रांसपोर्टर सड़क की व्यवस्था करे अन्यथा कोल ट्रांसपोर्टिंग नही देंगे। रैयतों ने सड़क पर उतरकर कोल ट्रांसपोर्टिंग एकेए लोजेस्टिक, श्याम ट्रांसपोर्ट के विरोध में नारेबाजी करते हुए ट्रांसपोर्टिंग कंपनी को वापस जाने का मांग की। प्रभावित रैयतों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे पंचायत समिति सदस्य अरविंद कुमार साव और समाजसेवी गुरुदयाल साव ने संयुक्त रूप से कहा कि पिछले कुछ समय से ट्रांसपोर्टिंग वाहनों की चपेट में आने से केरेडारी के कई परिवार उजड़ गए। अब कोल वाहनों से अन्य ग्रामीणों के घर उजड़ने नहीं देंगे। इधर केरेडारी मुखिया संघ के अध्यक्ष सह पचड़ा पंचायत के मुखिया महेश प्रसाद साव भी रोजगार और विस्थापित और प्रभावित क्षेत्रों के विकास न करने को लेकर कम्पनी के खिलाफ विरोध करने का मन बना रहे हैं।