NTPC पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना : नियम विरुद्ध ढुलाई से वन्य जीवों व मानव जीवन को खतरा, हजारीबाग डीसी, डीएफओ और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को लिखा पत्र, रोक लगाने की मांग
हजारीबाग :- प्रमोद कुमार :- जिले के बड़कागांव में एनटीपीसी पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना से घनी आबादी व जंगल के रास्ते बाणादाग रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई हो रही है। नियम विरुद्ध ढुलाई से वन्य जीवों व मानव जीवन को खतरा है। अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार ने डीसी, डीएफओ और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को इस सिलसिले में पत्र लिखा है। कहा है कि एनटीपीसी द्वारा अवैध तरीके से ट्रांसपोर्टेशन किया जा रहा है। इससे मानवीय आबादी व जंगली जानवरों पर खतरा है। एनटीपीसी और उसकी परिवहन एजेंसी जानबूझकर मानवीय आबादी, जंगली जानवरों की जीवन को खतरा में डालकर ऐसा कार्य कर रही है। इसे तत्काल बंद किया जाये। पत्र में कहा गया है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा स्टेज 2 के फॉरेस्ट क्लियरेंस (F.No 8-56/2009-FC) की शर्त संख्या 9 में कहा गया है कि एनटीपीसी को कन्वेयर वेल्ट से कोयला परिवहन करना है। कन्वेयर बेल्ट नहीं बनने की स्थित में मंत्रालय के प्रभाव आकलन प्रभाग द्वारा 10 नवंबर 2020 को 28 जून 2022 तक एनटीपीसी को सड़क मार्ग से कोयला परिवहन करने का आदेश (No j-11015/692/2007-IA-ll(M) दिया किया था। अब कन्वेयर बेल्ट तैयार हो गया है और कोयला परिवहन भी चालू हो गया है। फिर भी एनटीपीसी और उसकी ट्रांसपोर्ट एजेंसी द्वारा नियम विरुद्ध सड़क मार्ग से कोयला परिवहन किया जा रहा है। पत्र में कहा गया है कि एनटीपीसी और उसकी ट्रांसपोर्ट एजेंसी द्वारा सड़क मार्ग से कोयला परिवहन के दौरान 31 अक्टूबर 2022 को बड़कागांव- हजारीबाग रोड़ के 13 माइल के पास रामकुमार महतो की मौत हो गई थी। उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। एनटीपीसी ने मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दी थी। अधिवक्ता ने रामकुमार महतो की मौत के लिए एनटीपीसी के साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों पर जिम्मेवारी तय करने के साथ ही हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।